रूपमाला छंद

रूपमाला छंद

घोर दानी दे खजाना,कर दिखावा मार।
मीडिया ला घर बुलाके,दान देवय झार।।
दान देवत खींच फोटू,फेसबुक मा डाल।
बेच बैपारी सहीं अब,दाम में हर माल।।

दान करके नाम चाहे,लेड़गा इंसान।
जब करम अइसन करय तब,बुद्धि दे भगवान।।
बिन सुवारथ हो भलाई,हो कलेचुप दान।
हाथ डेरी झन ग जानै,तब हवय बड़ मान।।

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