शक्ति छंद

शक्ति छंद

झरे हे बिकट,खेत के धान हा।
करा ले हरागे,हमर ध्यान हा।
लुवन का फसल,रेगहा खेत मा।
कमाई ह खोगे,असो रेत मा।

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