रूपमाला छंद

रूपमाला छंद

चोर बइठे राजगद्दी,देय अड़हा ज्ञान।
साव मनखे जेल भोगे,खोय ज्ञानी मान।।
पेज बर तरसे कमइया,खीर ठलहा खाय।
रोज कँगला दान देवय,घोर कलजुग आय।।

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