दोहा छंद

एती ओती झन करव, खोर म कचरा ढेर ।
कूड़ादान म डार के, मच्छर ले मुँह फेर ।।

माढ़े पानी मा सदा,डेंगू मच्छर होय ।
करन सफाई अब हमन,आवव मिल सब कोय  ।।
    

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