कविता

करजामाफ होगे ओकर,जेकर बैंक म कर्ज ।
केसीसी,सहकारी समिति म,हावय नाम दर्ज ।
बसुंदरा मन के का होहि ?समझ नी आय साफ,
करे सौतेलापन,समझें ! करजामाफी  फर्ज ।

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