आल्हा छंद

आल्हा छंद

सुन लव संगी एक कहानी,राज रिहिस गा सोनाखान।
होइस राजा नारायण सिंह,करिस काज गा अबड़ महान।।

अपन रियासत ला उन घूमैं,घोड़ा मा चढ़के हर रोज।
परजा के हितवा राजा हा,सुनय गोठ ला जाके सोज।।

कोनो मनखे बात बताइस,हे नरभक्षी बघवा एक।
जाके सोज्जे मार डरिस गा,एक्के झन बघवा ला छेंक।।

देख वीरता नारायण के,अंग्रेजन सोचे गम्भीर।
ब्रिटिश राज के अंग्रेजन मन,दे दिस पदवी उन ला वीर।।

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