कुण्डलिया छंद

           कुण्डलिया छंद

छींचे मनखे खेत मा,अब्बड़ डीपी खाद ।
जैविक खेती छोड़ के,करे भूल आबाद ।।
करे भूल आबाद,लोभ मा पइसा सेती,
दवई दारू छींच,करे महुरा के खेती ।
मरगे मनखे आज,रोग मा गड़गे नीचे,
धरती दाई रोय,खेत मा काबर छींचे ।

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